भोर में तीन बजे मासूम को होश आया तो वह दर्द से कराहती हुई घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई।भोर में तीन बजे मासूम को होश आया तो वह दर्द से कराहती हुई घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई।
भोर में तीन बजे मासूम को होश आया तो वह दर्द से कराहती हुई घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई।भोर में तीन बजे मासूम को होश आया तो वह दर्द से कराहती हुई घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई।