कुछ दिनों से बहुत कोशिश कर रहा हूं, लेकिन अब मुझसे नहीं हो पा रहा है। जीने की इच्छा नहीं है। पता है प्रॉब्लम से भागने का ये बुजदिल तरीका है। पर, कोई रास्ता, कोई मदद नहीं दिख रही। अपने को दोष मत दीजिएगा। सॉरी… सुसाइड नोट में ये लिख कर लखनऊ में एक प्रतियोगी छात्र ने फांसी लगा ली। घटना महानगर इलाके की है। महानगर एक्सटेंशन के रहने वाले विदित भार्गव (29) प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। शुक्रवार रात करीब तीन बजे विदित का फोन रिंग हो रहा था। लेकिन, फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर उसके पिता और छोटा भाई सुवीग्य कमरे के पास गए। काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी हुई तो धक्का देकर दरवाजा खोला
दोनों को अनहोनी की आशंका हुई तो दरवाजा धक्का देकर खोल दिया। अंदर जाकर देखा तो विदित कमरे में पंखे के सहारे रस्सी के फंदे पर लटका था। आनन-फानन उसे उतार कर विवेकानंद अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। BBD यूनिवर्सिटी से बीटेक किया था
पिता सुरेश भार्गव ने बताया कि 3-4 दिन से उसका बेटा विदित मानसिक तनाव में चल रहा था, लेकिन पूछने पर कुछ नहीं बताता था। BBD यूनिवर्सिटी से बीटेक फर्स्ट डिवीजन से पास किया था। अभी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पता नहीं किस चीज का तनाव था।