ग्रेटर नोएडा में होटल कारोबारी के बेटे का मर्डर अपहरण के तीसरे दिन ही कर दिया। यानी 1 मई को अपहरण हुआ और 3 को हत्या कर दी। हत्यारों ने लड़के की पिटाई की और गला दबा दिया। उसकी डेडबॉडी नोएडा से 70 किलोमीटर दूर बुलंदशहर में नहर में फेंक दी, ताकि किसी को पता न चले। डेडबॉडी मिलने के 48 घंटे पहले उसकी मौत हो चुकी थी। मर्डर फिरौती के लिए नहीं किया गया, क्योंकि अपहरण के 4 दिनों में परिजनों के पास कोई कॉल नहीं आई। पुलिस की थ्योरी 3 एंगल की जांच पर घूम रही है। प्रॉपर्टी, पारिवारिक रिश्ते और बेटी की ससुराल। सबसे बड़ा सवाल यही है कि वह लड़की कौन थी, जो बेटे को लेकर गई? पुलिस ने अब तक 25 लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रेटर नोएडा पुलिस कमिश्नर ने बीटा 2 थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया है। विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। दैनिक भास्कर ने परिवार से बात, बच्चे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच खंगाली तो कई तथ्य सामने आए… खबर में आगे बढ़ने से पहले पूरा मामला जानिए…एक मई को अपहरण और 5 मई को मिली डेडबॉडी होटल के अंदर गई, बच्चे को साथ ले गई
कासना CNG पंप के पास कृष्ण कुमार का शिवा नाम से होटल है। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। कुणाल सबसे छोटा था। कृष्ण कुमार की बेटी की 10 मई को शादी है। इसी सिलसिले में 2 दिन के लिए बाहर गए थे। होटल पर बेटा कुणाल बैठा था। बुधवार दोपहर 2 बजे स्कोडा कार आई। उसमें कई लोग सवार थे। कार से एक महिला उतरी और होटल के अंदर गई। वह कुणाल को साथ ले आई और गाड़ी में बैठाकर ले गई। 5 मई को घर से 70 किलोमीटर दूर बुलंदशहर में नहर में कुणाल की बॉडी मिली। पीठ पर 5 गहरे जख्म, नुकीली चीज से मारा
कुणाल की बॉडी मिलने के 36 से 48 घंटे पहले उसकी मौत हो गई थी। यानी अपहरण के तीसरे दिन ही हत्या कर दी गई थी। डॉक्टरों को कुणाल के शरीर पर 12 जगह घाव के निशान मिले। सबसे ज्यादा घाव पीठ पर हैं। 5 जगह गहरे जख्म मिले। शरीर के अगले हिस्से में 6 जगह घाव हैं। चोट का एक निशान चेहरे पर भी है। सभी जगह किसी नुकीली चीज से मारा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, कुणाल की मौत दम घुटने से हुई है। अब पढ़िए पिता का दर्द…मैं तो बेटी की शादी की तैयारी में लगा था, अब बेटे की चिता जलाकर आ रहा कुणाल के पिता कृष्ण कुमार ने बताया- कुछ लोग मेरे बेटे का अपहरण करके ले गए। मैं तो यहां पर था ही नहीं। मेरी बिटिया की शादी थी। काम से बाहर गया था। मेरा बेटा होटल पर था। तभी कार से कुछ लोग आए, एक महिला भी थी। वह मेरे बच्चे को फुसलाकर ले गई। मैंने पुलिस को सूचना दी, पर पुलिस ने मेरी नहीं सुनी। मेरे गांव के लोगों ने प्रेशर बनाया, तो रिश्तेदारों को ही उठा लिया। रातभर उन पर पट्‌टे बरसाए। इसके बाद मेरे होटल पर छोड़कर चले गए। इसमें से एक की हालत गंभीर है। बहन की शादी के लिए नए कपड़े लेने वाला था कुणाल
हम बेटी की शादी कर रहे थे। पूरा घर खुश था। खरीदारी चल रही थी। बिटिया के लिए जेवर भी खरीद लिए थे। कुणाल अपनी बहन की शादी को लेकर सबसे ज्यादा खुश था। छोटा होने की वजह से बिटिया भी उसे बहुत मानती थी। वह बहन की शादी के लिए नए कपड़े खरीदने वाला था। उसे तो बस 10 मई का इंतजार था। 4 दिन से बेटे की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था। कभी थाने के चक्कर लगा रहा था, तो कभी रिश्तेदारी के, लेकिन बेटे का कहीं पता नहीं चला। बेटी की शादी की बजाय बेटे की चिता जलाई
अब मेरे बेटे की लाश मिली। बेटी की शादी करने की बजाय बेटे की चिता जलाकर लौट रहा हूं। समझ नहीं आ रहा किन दरिंदों ने मेरे बेटे को इतनी बेरहमी से मार दिया? उसने उनका क्या बिगाड़ा था? किसी को प्रॉपर्टी या कोई विवाद था, तो मुझसे सीधे बात करता। बच्चों का क्या कसूर है? अब जानिए 5 दिन में पुलिस ने क्या-क्या किया…? पुलिस ने दर्ज किया अपहरण का मुकदमा
1 मई को शाम 4 बजे पुलिस को कुणाल के अपहरण की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और CCTV चेक किया, मगर होटल का CCTV खराब था। पुलिस ने आस-पास लगे CCTV चेक किए। इनसे पता चला कि स्कोडा कार से कुणाल का अपहरण किया गया। एक महिला कार से उतरती है। उसके साथ एक आदमी भी होता है। महिला होटल के अंदर जाती है। दो मिनट बाद कुणाल को साथ लेकर बाहर आती है। जबरन कार में डालकर फरार हो जाती है। पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात महिला और अन्य के खिलाफ बीटा-2 थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। 10 टीमें लगीं, 100 से ज्यादा CCTV खंगाले
कुणाल की बरामदगी के लिए पुलिस कर्मियों की 10 टीमें लगाई गईं। शक के आधार पर पुलिस ने 24 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। पिछले 4 दिन में 100 से ज्यादा कैमरे खंगाले। हरियाणा, दिल्ली, गाजियाबाद और बुलंदशहर की पुलिस से संपर्क किया। कई जगह पर दबिश देकर जांच-पड़ताल की। पुलिस को यहां से कुणाल का कोई क्लू नहीं मिला। इसी बीच पुलिस को बुलंदशहर में कुणाल के बॉडी पड़ी होने की सूचना मिली। पुलिस तीन एंगल पर कर रही जांच… 1- बेटी की एक शादी कैंसिल हुई, लड़के पक्ष की रंजिश तो नहीं
कृष्ण कुमार ने पुलिस को बताया कि पहले मैंने अपनी बेटी की शादी हरियाणा के एक परिवार के साथ तय की थी। शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था। जिस लेन-देन पर बात हुई थी, लड़के वाले उस पर राजी थे। हमने शादी की डेट भी निकलवा ली थी। जैसे-जैसे तारीख नजदीक आने लगी, लड़के वालों ने छोटी-छोटी बातों पर विवाद करना शुरू कर दिया। उन लाेगाें की डिमांड भी बढ़ती जा रही थी। उन लोगों ने हमारी बातों को इनकार करना शुरू कर दिया। ये बात न तो मुझे पसंद आई और न मेरी बेटी को। इसलिए हमने उनसे रिश्ता तोड़ लिया। इसको लेकर उनसे बहस भी हुई थी। कृष्ण कुमार की इस जानकारी के बाद पुलिस ने उस परिवार के भी कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया। पुलिस को आशंका है कि कहीं शादी कैंसिल होने की खुन्नस निकालने के लिए तो मर्डर की घटना को अंजाम नहीं दिया गया? 2- होटल की प्रॉपर्टी को लेकर रिश्तेदारों से विवाद
कृष्ण कुमार का अपने ससुराल पक्ष और कुछ रिश्तेदारों से होटल की प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। उनका होटल ठीक चल रहा था। घर में पैसा भी आ रहा था। ये सब चीजें उनके रिश्तेदारों को अखर रही थीं। वे लोग होटल में हिस्सा चाहते थे, लेकिन कृष्ण कुमार तैयार नहीं थे। उनका कहना था, इसे मैंने अपनी मेहनत से खड़ा किया, ऐसे कैसे किसी को दे दूं। इसी बात को लेकर उनकी अपने रिश्तेदारों से बहस भी होती थी। पुलिस ने शक पर कुछ रिश्तेदारों को उठाया। उनसे भी पूछताछ कर रही है। गांव में कुछ लोगों से विवाद, 4 से पूछताछ
कृष्ण कुमार का गांव के कुछ लाेगाें से भी झगड़ा चल रहा था। इसी बीच गांव का एक व्यक्ति किसी मामले में जेल गया था। वह हिस्ट्रीशीटर था। उसके परिवार वालों को लगता था कि कुणाल के पिता ने ही मुखबिरी की थी। इसको लेकर कई बार बहस भी हुई। कृष्ण कुमार मना करते थे कि उन्होंने पुलिस को कुछ नहीं बताया। लेकिन दूसरा पक्ष उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं था। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस ने गांव के 4 लोगों को उठाया है। उनसे भी पूछताछ की जा रही है।

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