नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी यानी जांच के बाद अब लखनऊ लोकसभा से गठबंधन से रविदास मेहरोत्रा ही अधिकृत प्रत्याशी होंगे। यह सोचकर कि रविदास का नामांकन खारिज न हो जाए, समाजवादी पार्टी ने विकल्प के रूप में डॉ. आशुतोष वर्मा को प्रत्याशी बनाया था। जांच में डॉ. आशुतोष वर्मा के नामांकन को खारिज कर दिया गया। वहीं समाजवादी पार्टी के नाम से ही पर्चा दाखिल करने वाली किरन का नामांकन पत्र भी गड़बड़ियों के कारण खारिज कर दिया गया। वहीं, लखनऊ मध्य से विधायक और लोकसभा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा ने चार सेट में नामांकन किया था। इनमें से एक पूरी तरह सही पाया गया जिसको रिटर्निंग अफसर ने जांच के बाद स्वीकार कर लिया। अब सोमवार को नाम वापसी होगी। इसके अलावा बीजेपी से राजनाथ सिंह, बसपा से सरवर मलिक समेत 11 नामांकन पत्र सही पाए गए है। देर रात तक जिला कलेक्ट्रेट में नामांकन पत्रों की जांच जारी थी। लखनऊ पूर्व में चार उम्मीदवार, दो का पर्चा खारिज लखनऊ पूर्व विधानसभा उप चुनाव में छह प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। आरओ सचिन वर्मा ने बताया कि स्क्रुटनी के बाद चार नामांकन पत्र सही पाए गए हैं। इनमें भाजपा के प्रत्याशी ओपी श्रीवास्तव और गठबंधन के मुकेश सिंह चौहान का नाम शामिल है। बसपा के अलोक कुशवाहा का नामांकन सही पाया गया। दो नामांकन पत्र में कामियां पाए जाने की वजह से खारिज कर दिया गया है। मोहनलालगंज में 12 प्रत्याशी लड़ेंगे चुनाव मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से कुल 22 नामांकन हुए थे। आरओ अजय जैन ने बताया कि इनमें से 12 नामांकन सही पाए गए। भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर, गठबंधन प्रत्याशी आरके चौधरी और बसपा उम्मीदवार राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान का नामांकन सही पाया गया है।