लखनऊ से सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा का पर्चा रविवार को स्क्रूटनी में सही पाया गया। पर्चा खारिज हो सकता है? इसकी अफवाह कई दिनों से थी। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा के राजनाथ सिंह को 3 लाख वोट से हराऊंगा। यहां से सांसद का जनता से कोई जुड़ाव नहीं है। लखनऊ मेरे संघर्ष को जानता है। जनता के लिए 250 बार जेल गया हूं। दैनिक भास्कर से बातचीत में रविदास मेहरोत्रा ने राजनीति पर क्या कुछ कहा? जानते हैं… सवाल: आपका पर्चा खारिज हो सकता है, यह चर्चा कैसे शुरू हुई? जवाब: भाजपा ने झूठा प्रचार किया कि मेरा नामांकन गलत भरा गया, पर्चा खारिज होगा। नामांकन खारिज कराने का पूरा प्रयास भी किया गया। अखिलेश यादव ने मेरी सहमति से एक और व्यक्ति का नामांकन कराया। मेरा नामांकन वैध साबित हुआ लेकिन यह साफ हो गया कि भाजपा घबरा गई है। इसलिए ऐसी साजिश रची गई, अफवाह फैलाई गई। सवाल: भाजपा को अफवाह फैलाने की जरूरत क्यों पड़ गई? जवाब: भाजपा प्रत्याशी के नामांकन में 95% लोग बाहरी थे। जब मैंने नामांकन किया तो लखनऊ के हजारों लोग मेरे साथ थे। मुझे मिले जन समर्थन से भाजपा परेशान हो गई और षडयंत्र पर उतर आई। यहां के सांसद का जनता से सरोकार नहीं है। लखनऊ पूर्व और पश्चिम के भाजपा विधायकों की मौत हुई तब भी वे उनके अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे। सवाल: सपा अध्यक्ष की आपसे क्या बात हुई? जवाब: अखिलेश यादव ने मुझसे कहा कि भाजपा आपका नामांकन खारिज करा सकती है। ‘चुनाव आपको ही लड़ना है’ लेकिन हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके बाद एक और प्रत्याशी के नामांकन की बात फाइनल हुई। सवाल: पर्चे में किस तरह की कमी बताई जा रही थी? जवाब: नामांकन के दौरान एक कॉलम देखकर अधिकारियों ने मुझसे कहा कि यहां तो हाथ से लिखना था लेकिन आपने टाइपिंग कराई है। जबकि राजनाथ सिंह के पर्चे में भी उस कॉलम में टाइपिंग ही की गई थी। सवाल: लखनऊ में सपा के चुनावी मुद्दे क्या हैं? जवाब: सपा विपक्ष में है और लगातार जनता के मुद्दे उठा रही है। मैं संघर्ष करने वाला नेता हूं। मेरी 300 बार गिरफ्तारी हुई और 250 बार जेल जाना पड़ा। मेरी राजनीति का लोहा विपक्ष भी मानता है। 2022 में मौजूदा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक लखनऊ की सेंट्रल विधानसभा से चुनाव लड़ रहे थे तब सपा ने मुझे प्रत्याशी बनाया। उन्हें सीट बदलनी पड़ी थी। सवाल: राजनाथ सिंह 2 बार से सांसद हैं आप कैसे मुकाबला करेंगे?
जवाब: जब कोरोना काल था, तब सांसद का कहीं पता नहीं था। लखनऊ में हमने बड़ी संख्या में लोगों की मदद की। दवा, राशन, खाने-पीने की चीजों का इंतजाम लंबे समय तक किया। आज लखनऊ में सरकार गरीबों की झुग्गी, झोपड़ी, घरों को तोड़ रही है। रिक्शा, टैंपो चलाने वालों पर जुल्म किया जा रहा है। हमारा संघर्ष जारी रहेगा और हम ईडी या सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं। सवाल: क्या आपके नाम जेल जाने का भी कोई रिकॉर्ड है? जवाब: ‘लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में मेरा नाम है। ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में हमारा डॉक्यूमेंट भेजा जा चुका है। हमारे पास जेल जाने के रिकॉर्ड है। अभी तक के पूरे जीवन में किसी भी एक आदमी से हमारी कहासुनी नहीं हुई। यह सारे मुकदमे धरना, प्रदर्शन और आंदोलन सत्याग्रह के हैं। सवाल: भाजपा उम्मीदवार कह रहे हैं कि इस बार वे 5 लाख वोट से जीतेंगे? जवाब: हो सकता है वो 5 लाख वोट से हार जाएं। हम राजनाथ सिंह को चुनौती देते हैं कि बताएं उन्होंने HAL बेचा है कि नहीं? 20 हजार करोड़ के लाभांश में रक्षा मंत्रालय की कंपनी को बेचा गया है कि नहीं। एक बार जवाब दें कि कोरोना में एक घंटे के लिए भी लखनऊ आए थे कि नहीं। मेहरोत्रा ने कहा कि कौन सा विकास का काम किया है। रिंग रोड में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। जो सड़कें बनीं वो टूट भी गईं। फिर बनी लेकिन उद्घाटन नहीं हो पाया। उन्हें इन बातों का जवाब देना चाहिए। सवाल: नौजवानों के बारे में क्या कहना चाहेंगे? जवाब: राजनाथ सिंह लगभग 80 साल के हैं और रक्षा मंत्री हैं। वहीं, दूसरी ओर 25 साल का नौजवान रिटायर हो रहा है। अग्निवीर योजना में 4 साल के बाद ही जवानों को रिटायर कर दिया जाता है। जब हम लोग चैन से अपने घरों में सोते हैं, तब यही जवान बर्फ में भी ड्यूटी करते हैं। लेकिन रक्षा मंत्री की नीतियां ऐसी हैं कि जवानों को रिटायर होना पड़ रहा है। सवाल: क्या राहुल गांधी, प्रियंका या अखिलेश यादव लखनऊ में प्रचार करेंगे? जवाब: जल्द ही हमारे नेता अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी लखनऊ में रोड शो करेंगे। वे जनसभा भी करेंगे क्योंकि लखनऊ में रक्षा मंत्री को हराना है। सवाल: सपा के साथ राजनीति में शुरुआत कैसे हुई? जवाब: 1973-74 में जय प्रकाश नारायण के आंदोलन से जुड़कर मैंने राजनीति की शुरुआत की। आपातकाल के दौरान जेल गया और 18 महीने कैद में रहा। मेरे एक साथी की मौत जेल में प्रताड़ना की वजह से हो गई थी। इसके बाद बाकी बंदियों ने विद्रोह कर दिया था। उसी जेल में ही मेरी मुलाकात सपा के संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव से हुई थी। तभी से हमारा साथ है।

By

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Subscribe for notification