अभय ने सूफिया घराने के वादन में गायन की तंत्रकारी का लाजवाब वादन किया। मींड, गमक, तान, तंत्र के बोलों के काम से संतूर वादन को विस्तार दिया।अभय ने सूफिया घराने के वादन में गायन की तंत्रकारी का लाजवाब वादन किया। मींड, गमक, तान, तंत्र के बोलों के काम से संतूर वादन को विस्तार दिया।