अमरोहा रेलवे स्टेशन पर एक सिपाही ने शुक्रवार शाम खुद को गोली मार ली। स्टेशन पर यात्रियों के लिए बनी सीमेंटेड कुर्सी पर शव पड़ा मिला। सूचना मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ समेत सिविल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सिपाही अमरोहा के ही जोया कस्बे का रहने वाला था। वह बागपत में तैनात था। तीसरे फेज के लोकसभा चुनाव के लिए उसकी संभल में ड्यूटी लगी थी। पुलिस अधिकारी मौके पर हैं। आत्महत्या की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। उसने अपनी सरकारी राइफल से गोली मारी। मामला डिडौली थाना क्षेत्र का है। जान देने से पहले स्टेटस लगाया
सिपाही के फोन पर लगा एक स्टेटस भी उनकी मौत के बाद सामने आया है। वॉट्सऐप पर लगाए स्टेटस में उन्होंने लिखा- मैं जो में करने जा रहा हूं, उसके लिए मुझे माफ करना। उसे मेरी बुजदिली मत समझना। बस इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। सिपाही ने फोन पर स्टेटस लगाने के अलावा यह मैसेज अपने कई ग्रुप पर भी भेजा। जिस पर लोगों ने उनसे कारण पूछा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सिपाही ने की थी तीसरी शादी, चार बच्चे
जोया कस्बे के रहने वाले तैय्यब पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात थे। वह 2015 में भर्ती हुए थे। उनका दो बीवियों से तलाक हो चुका है। तीसरी शादी की थी। तैय्यब के दो बेटी और दो बेटे हैं। जिनमें बेटी तैयवा, अरीबा और बेटे जैद एवं आहत हैं। आहत अमरोहा में अपनी दादी के पास रहता है। बाकी तीनों बच्चे पापा के पास बागपत में रहते हैं। तैय्यब की पत्नी का नाम मुन्नी है। वह मां-बाप के इकलौती संतान थे। उनके पिता शौकीन खां दो महीने पहले इंस्पेक्टर पद से रिटायर हुए हैं। वर्तमान में तैय्यब की तैनाती जिला बागपत में कोर्ट सुरक्षा में चल रही थी। हाल ही में उनकी ड्यूटी में संभल में चुनाव में लगाई गई थी। वहीं पुलिस पिछले एक घंटे से सिपाही तैय्यब के घर के बाहर खड़ी है। बताया जा रहा है कि उनकी मां और बच्चे घर के अंदर हैं, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस उन्हें समझा रही है।