पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति और स्वामी शनि हैं. पुष्य नक्षत्र के सिरे पर बहुत से सूक्ष्म तारे हैं जो कांति घेरे के अत्यधिक समीप हैं. पुष्य नक्षत्र के मुख्य रूप से तीन तारे हैं, जो एक तीर (बाण) की आकृति के समान आकाश में दिखाई देते हैं.पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है. यह 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है. इस नक्षत्र में बृहस्पति, शनि और चंद्रमा का प्रभाव होता है. आइए जानते हैं पुष्य नक्षत्र में जन्मे लोगों की विशेषताएं.पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति और स्वामी शनि हैं. पुष्य नक्षत्र के सिरे पर बहुत से सूक्ष्म तारे हैं जो कांति घेरे के अत्यधिक समीप हैं. पुष्य नक्षत्र के मुख्य रूप से तीन तारे हैं, जो एक तीर (बाण) की आकृति के समान आकाश में दिखाई देते हैं.पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है. यह 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है. इस नक्षत्र में बृहस्पति, शनि और चंद्रमा का प्रभाव होता है. आइए जानते हैं पुष्य नक्षत्र में जन्मे लोगों की विशेषताएं.