माफिया अतीक अहमद, अशरफ और उनके परिवार की नामी-बेनामी संपत्तियों की जांच जारी है। अतीक की 5 करोड़ कीमत की जमीन की जांच कर दस्तावेजों को शासन को भेजा जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पास अतीक 5 करोड़ की जमीन पर लॉ फर्म बनाने वाला था। इस जमीन की रजिस्ट्री अतीक ने जबरन 14 लाख में अपने नाम कराई थी। अब सरकार इसे कुर्क करने की तैयारी में है। असल में माफिया अतीक अपने बड़े बेटे उमर अहमद को बड़ा वकील बनाने का सपना देख रहा था। उमर दिल्ली में रहकर लॉ की पढ़ाई भी करने लगा था। अतीक चाहता था कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आसपास उसके बेटे की लॉ फर्म बने। यहीं से बैठकर उसका बेटा वकालत करे। अब इसी जमीन को अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति के तहत कुर्क करने की तैयारी है। हाईकोर्ट के पास जमीनों पर रसूखदारों ने कब्जा किया तो हुआ खुलासा
उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक के आईएस-227 गैंग पर कार्रवाई शुरू हुई तो बेनामी-नामी करोड़ों की संपत्तियां ईडी और पुलिस की निगाह में आ गईं। इसी बीच अतीक और अशरफ की हत्या हो गई। इसके बाद हाईकोर्ट के पास इस जमीन पर कुछ रसूखदार लोगों ने कब्जे की कोशिश की। मामले को लेकर हंगामा मचा तो प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस ने जांच कर जमीन पर से कब्जा हटवा दिया। अब इस जमीन के दस्तावेज खंगाले गए तो अतीक की इस जमीन का पर्दाफाश हुआ। साफ हुआ कि अतीक ने औने-पौने दाम पर इस जमीन का सौदा किया था। माफिया ने दबंगई के बल पर इस जमीन को 14 लाख रुपए में लिया था। जबकि मौजूदा वक्त में इसकी कीमत बिल्डर पांच करोड़ तक बता रहे हैं। 2006 में अब्दुल रब से जमीन का सौदा किया था
माफिया की मौत, परिवार वालों के जेल जाने के बाद इस जमीन पर कइयों की निगाह टिक गई। चुपके से कई लोगों ने अपना बोर्ड लगाकर जमीन पर कब्जे की कोशिश की। जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई की। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जमीन के दस्तावेज खंगाले तो अहम जानकारियां मिलीं। 2006 में अतीक ने एमजी मार्ग सिविल लाइंस के रहने वाले अब्दुल रब से इस जमीन का सौदा किया था। अतीक के परिवार के पास अब क्या ऑप्शन है सरकार के पास क्या ऑप्शन है अतीक गैंग की 1800 करोड़ की संपत्ति हो गई कुर्क
उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग आईएस-227 के मेंबरों की अब तक नामी-बेनामी 1800 करोड़ की संपत्ति पुलिस ने कुर्क कर ली है। पुलिस ने अतीक-अशरफ और गैंग मेंबरों के मददगारों, फाइनेंसरों की सूची भी तैयार की है। पुलिस के साथ ही ईडी भी अतीक गैंग की बेनामी संपत्तियों को खंगाल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माफिया अतीक, सफेदपोश, बिल्डर गठजोड़ की परतें खंगालने के बाद अब बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजो की जांच अंतिम चरण में है। तीन ड्रीम प्रोजेक्ट में 40 करोड़ लगाए
अतीक-अशरफ के 3 ड्रीम प्रोजेक्ट शहर में ही हैं। करेली में अलीना सिटी, अहमद सिटी में करोड़ों रुपए खर्च कर प्लाटिंग की गई। इसमें अतीक-अशरफ से जुड़े 17 बड़े लोगों के करोड़ों रुपए लगाए गए। इसमें कई सौ रजिस्ट्री हुई तो करोड़ों रुपए कमाए भी गए। हालांकि पुलिस-ईडी की निगाह में आने के बाद यह प्रोजेक्ट फिलहाल लटक गए हैं। धूमनगंज के झलवा में सिटी आवास योजना में करोड़ों रुपए लगे। इसके दस्तावेज खंगाल पुलिस ने पूछताछ भी कर ली है। इस प्रोजेक्ट में अकेले अशरफ और उनके ससुराल वालों के रुपए लगाने की बात सामने आई है। इससे पहले भी अतीक की बेनामी प्रॉपर्टी सरकार ने जब्त की थी। उस पर गरीबों के लिए आवास बनवाया था। पढ़िए- प्रयागराज के लूकरगंज में एक भूमि पर अतीक अहमद ने कब्जा किया था। कब्जे को मुक्त कराकर सरकार ने गरीबों के लिए आवास बनवा दिए। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत तैयार इन 76 फ्लैट्स के लाभार्थियों को CM योगी ने 30 जून 2023 को लाभार्थियों को चाबी सौंपी। लूकरगंज में 458.88 लाख की लागत से 1731 वर्गमीटर क्षेत्रफल में गरीबों के लिए आवास तैयार करवाए गए। पढ़ें पूरी खबर…