ठेठरी हो, चौसेला हो, देहरोरी हो या फिर अइरसा…छत्तीसगढ़ के किसी भी व्यंजन का नाम लीजिए, ज्यादातर की बुनियाद एक ही है-चावल। राज्य की सामाजिक संरचना का भी यही हाल है।

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