लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) के परास्नातक पाठ्यक्रम में नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत किसी भी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स किसी भी पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। लेकिन यह सुविधा इस सत्र से स्नातक में उपलब्ध नहीं होगी। स्नातक में इस साल भी 12वीं में संबंधित विषय की अनिवार्यता का पालन करना पड़ेगा। नई शिक्षा नीति-2020 में स्टूडेंट्स को पढ़ने की ज्यादा आजादी दी गई है। इसके तहत किसी भी स्तर पर कोर्स छोड़ने की सुविधा मिलती है। हर स्तर पर स्टूडेंट को सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर डिग्री की उपाधि मिल जाती है। स्ट्रीम की अनिवार्यता समाप्त इसी तरह परास्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए इस साल से स्ट्रीम की अनिवार्यता समाप्त की गई है। इसके तहत बीए डिग्री वाला स्टूडेंट भी एमएससी में दाखिला ले सकता है। पर स्नातक स्तर पर इस साल यह प्रावधान नहीं है। इसके तहत बीएससी मैथ्स में दाखिला – लेने के लिए 12वीं में विज्ञान वर्ग के साथ – मैथ्स, बीएससी बायो के लिए विज्ञान के साथ 12वीं में बायो और बीकॉम के लिए कॉमर्स जरूरी है। अगले साल से स्नातक में भी होगा बदलाव LU प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश ने बताया इस साल परास्नातक पाठ्यक्रम के आर्डिनेंस में बदलाव कर दिया गया है। स्नातक पाठ्यक्रम के आर्डिनेंस में अगले साल बदलाव किया जाएगा। इसके बाद स्नातक के दाखिले में भी स्ट्रीम संबंधी अनिवार्यता नहीं रहेगी।